मंगलवार, 3 अप्रैल 2012

बाल-गजल:-

बुच्ची कें पजेब बजे बड्ड रुनझुनिया,ँ
पजेब झनका कय चलै टूनमुनियाँ ,

खने उठए ओ खने बैस कय देखए ,
केखनो पग उठा झंकाबे पएजनियाँ ,

पल में कानें ओ पले में हँसी-हँसी खेले ,
कखनो माँ कें कोरा में दय ओंघरनियाँ ,

माँ कें टिकुली लs अपन माथ पर साटे ,
खने माँ कें साड़ी लय बनि जए कनियाँ |

> वर्ण-१५ <
> रूबी झा <

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