!!किया की हम लड़की छि !!
कियो गर्भ में मरी देलक !
कियो पैदा कs कुरा करकट में फेक देलक
कियो हमरा पैदा होइत खाना छोड़ी देलक
कोण कारन सs आही लेल की हम लड़की छालोऊ
आई में हुनकर को दोख नय
कसूरवार तs हम हु नय छि
किया की हम लड़की छि ने
भाई जायत शहर में पढ़ा लेल
हम जायब तय कियो देख लेट
हम हुनकर नाम थोरे ने उजागर कर्बैन
रुखाल-सुखाल खा कs भाई सs बेसी मोटायल छि
दिन-दुगुन्ना, रति चौगुन्ना बढेय छि
किया की हम लड़की छि !!
चन्दन झा
1 टिप्पणियाँ:
हृदयस्पर्शी रचना के लेल आभार।
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