कनियाँ हमर शराब छोरबा देलैथ-अजय ठाकुर (मोहन जी)
कनियाँ   हमर शराब छोरबा देलैथ अपन शपत खुआ क  
प्रभाकर हमरा पिया देलैथ   कनियाँ के शपत खुआ क // 
पिलो त एते पिलो की लरखरा क   गिर परलो 
प्रभाकर और दोस्त सोचलैथ की हम   मैर गेलो // 
ल जा रहल छलैथ हमरा ओ   अश्म्शान 
रस्ते में मिल गेल शराब के   दुकान //
हम कहलयैन ल लिय और ४-५ टा   बोतल, 
अपन शारा-स्थली पर बैश क पियब   // 
भगवान अगर मांगता जिंदगी के   हिशाब,
हुनको एक पैग बना क पियब // 
 रचनाकार :- अजय ठाकुर (मोहन जी)         
 
 
 
 
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