Ads by: Mithila Vaani

गुरुवार, 17 नवंबर 2011

हड्डी भाल्पट्टी में टुटल - अजय ठाकुर (मोहन जी)

हमरा त हमर कनियाँ और सैर लुट्लक, दोसर में कहा दम छल /

"मोहन जी" के हड्डी भाल्पट्टी में टुटल, और ओतुका हॉस्पिटल बंद छल //

हमरा त नरकटिया गंज में बैसेलक, ओकर कोयला खतम छल /

हमरा फेर बैलगाड़ी में बैसेलक, कियाकी ओकर किराया कम छल //

पुरना बैलगाड़ी पर हमरा बैसेलक, ओकर पहिये ढील छल /

हमरा त डॉक्टर और चपराशी उठेलक, नर्ष में कहा दम छल //

हमरा त देशी पिया क नशा में अनलक, अंग्रेज़ी में कहा दम छल /

हमरा त रोड पर जला देलक, कियाकी आम मजरे के समय छल //



रचनाकार :- अजय ठाकुर (मोहन जी)

1 टिप्पणियाँ:

Kumar 17 नवंबर 2011 को 6:12 pm बजे  

Wah...wah...moun khush kai delou...

Kumar Kali Bhushan
Mumbai - Keoti

एक टिप्पणी भेजें

  © Mithila Vaani. All rights reserved. Blog Design By: Chandan jha "Radhe" Jitmohan Jha (Jitu)

Back to TOP