Ads by: Mithila Vaani

मंगलवार, 28 फ़रवरी 2012

गामो में अछि में पाई यौ...

कहलक एक दिन फोन पर हमरा हमर छोटका भाई यौ,
किया भागय छी दिल्ली पंजाब गामो में अछि में पाई यौ

सौ दिनक रोजगार त भाईजी सरकारों आब दिया लागल,
रोजी रोटी आ बिजनेस लेल लोन सेहो भेटे लागल।
हेयो मनरेगा में सेहो भाईजी हुए लागल आय यौ,
किया खटय छी दिल्ली पंजाब गामो में अछि पाय यौ।

छोटकी काकी मास्टरनी भए करय लागल नौकरी यौ,
गिरहथबा बनि क देखू पोसियाँ लए लेलक बकरी यौ।
सत् कहय छी भाईजी अहाँक भए गेल ढेर उपाय यौ,
किया खटय छी दिल्ली पंजाब गामो में अछि पाय यौ।

भौजी रहय ये सदिखन कानैत, माजी रहैत बीमार ये,
कनकिरबा के सेहो हरदम तबियत रहैत ख़राब ये।
बाबु के भोकरी ये जेना, बिन बछरा के गाय यौ,
किया खटय छी दिल्ली पंजाब गामो में अछि पाय यौ।



0 टिप्पणियाँ:

एक टिप्पणी भेजें

  © Mithila Vaani. All rights reserved. Blog Design By: Chandan jha "Radhe" Jitmohan Jha (Jitu)

Back to TOP