गीत -जगदानंद झा 'मनु'
( आलु कोबी मिरचाई यै, 
कि लेबै यै दाय यै / दाय यै )-२
कोयलख कए आलु,राँची कए मिरचाई यै 
बाबा करता बड ,बड़ाई यै / बड़ाई यै
आलु कोबी - - - - - - -दाय यै 
नहि लेब तs कनी देखियो लियौ 
देखए कए नहि कोनो पाई यै / पाई यै 
आलु कोबी - - - - - - - - दाय यै
दरभंगा सँ अन्लौंह विलेतिया ई कोबी 
खाय कs तs कनियाँ बिसरती जिलेबी 
कोयलख कए आलु ई चालु बनेतै
धिया-पुता कए बड ई सुहेतै
राँची सँ अन्लौंह मिरचाई यै 
कि लेबै यै दाय यै / दाय यै 
( आलु कोबी मिरचाई यै, 
कि लेबै यै दाय यै / दाय यै )-२
***जगदानंद झा 'मनु'
 
 
 
 
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