Ads by: Mithila Vaani

शुक्रवार, 20 अप्रैल 2012

बाल -गजल


कंटीरबा आ कंटीरबी माँ बापक लेल दुनू आँखिक पुतली
एकटा अछि हीरा त' दोसर मोती भेल दुनू आँखिक पुतली

बौआ खेलय गेल गेंद कब्बडी बुच्ची खेलय कनिआ-पुतरा
डाँर में घुघरू पैर पाजेब बाजि गेल दुनू आँखिक पुतली

ठुमैक चलै अछि बौआ ललन छ्मैक चलै बुच्ची लालपरी
जुडबै छाती माँ के बापक ओ शान भेल दुनू आँखिक पुतली

बौआ खेलक खोआ मिश्री बुच्ची खेलक करकर कचरी माछ
फरिछ बाजै बुच्ची बौआ त' तोतला गेल दुनू आँखिक पुतली

रूबी लेल दुनू गौरब छै बौआ राजाबाबू बुच्ची छै लालपरी
बनि जए ओ कोनो हाकिम माँ बाप लेल दुनू आँखिक पुतली

वर्ण-२३
रुबी झा

0 टिप्पणियाँ:

एक टिप्पणी भेजें

  © Mithila Vaani. All rights reserved. Blog Design By: Chandan jha "Radhe" Jitmohan Jha (Jitu)

Back to TOP