Ads by: Mithila Vaani

शुक्रवार, 2 दिसंबर 2011

गुंजल मैथिलि विश्व में - अजय ठाकुर (मोहन जी)

गुंजल मैथिलि विश्व में,

सपना भेल साकार, 

राष्ट्र संघ के मंच स, 

मिथिलि केऽरी जयकार, 

मिथिलि केऽरी जयकार, 

मिथिला-मैथिलि में बाजल, 

देखऽक मिथिलाऽक प्रेम,

विश्व अचरज से डोलल, 

मेम के ममता टुटल, 

मिथलांचल माँ भेल धन्य, 

स्नेह की सरिता फुटल 

कहलैथ "मोहन जी" कविराज  !

0 टिप्पणियाँ:

एक टिप्पणी भेजें

  © Mithila Vaani. All rights reserved. Blog Design By: Chandan jha "Radhe" Jitmohan Jha (Jitu)

Back to TOP