Ads by: Mithila Vaani

रविवार, 20 नवंबर 2011


बढ़ल परेशानी चढ़ल जवानी@प्रभात राय भट्ट

लालपुर के हम लालपरी
ललमुनिया हमर नाम
रुसल फूलल सभक दिल
बह्लाबक अछि हमर काम
एक तेह हमर चढ़ल जवानी
दोसर जान मरैय सावनके पानी
हाय रामा.........................२
हाय रे हाय रे हाय रामा // २

बढ़ल परेशानी चढ़ल जवानी
कियो कहे दिलवरजानी
कियो कहे रुपकरानी
कियो कहे आबू एम्हर
कियो बजाबे ओमहर
हम जाऊ कोमहर कोमहर
हाय रामा .......................२
हाय रे हाय रे हाय रामा //२

कसमस चोली मरैय जान
घघरीमें उठल प्यारके तूफान
जान मरैय ठोरक लाली कानक बाली
केशक गजरा आईखक कजरा
आगू पाछु घुमैयसमूचा  हिंदुस्तान
भेली रे भेली हम जवानी सं परेशान
हाय रामा ..................................२
हाय रे हाय रे हाय रामा .........//२

लच लच लचकैय पतरी कमरिया
देह सं ससरल जाईय हमर चुनरिया
कियो कहे आई लव यु
हेलो मैडम हाउ आर यु
निहायर २ मारे जुल्मी नजरिया  
आगू पाछु करे समूचा दुनिया
हाय रामा ...........................२
हाय रे हाय रे हाय रामा ...//२

रचनाकार:-प्रभात राय भट्ट

0 टिप्पणियाँ:

एक टिप्पणी भेजें

  © Mithila Vaani. All rights reserved. Blog Design By: Chandan jha "Radhe" Jitmohan Jha (Jitu)

Back to TOP